World Heritage Day 2023: जानिए थीम, इतिहास, महत्व और भारत के विरासत स्थल
Significance of World Heritage Day 2023 : वर्ल्ड हेरिटेज डे सेलिब्रेट करने का उद्देश्य हर देश के कल्चरल और नेचुरल हेरिटेज साइट्स का संरक्षण: करना है। लगभग हर देश में ऐसे कई लैंडमार्क, मोनुमेंट्स, हेरिटेज प्लेस और प्रॉपर्टी व नेचुरल पार्क्स हैं जो न सिर्फ उस देश की बल्कि सारे विश्व धरोहर है। यह साइट्स मानव हिस्ट्री की पहचान है और उनकी देखरेख जरूरी है। वर्ल्ड हेरिटेज डे देश दुनिया को कल्चर और नेचर के द्वारा दिए गए हेरिटेज का महत्व समझाता है और हमें याद दिलाता है की हम सब मिलकर इन हेरिटेज साइट्स और प्लेसेस की सुरक्षा करें और इन्हें संजो कर रखें। गौरतलब है की वर्ल्ड हेरिटेज डे का उद्देश्य हेरिटेज साइट्स की साज संभल, रक्षा व संरक्षण के लिए सभी देशों को एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित करना है।Purpose of World Heritage Day : यह दिन हेरिटेज साइट्स के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर जोर देता है और यह सुनिश्चित करता है की सभी देश मिलकर काम करें। इस दिन का उद्देश्य लोगों में कल्चरल और नेचुरल हेरिटेज के महत्व के बारे में अवेयरनेस फैलाना, रेस्पोंसिबल टूरिज्म को बढ़ावा देना और हेरिटेज की सुरक्ष
Significance of World Heritage Day 2023 : वर्ल्ड हेरिटेज डे सेलिब्रेट करने का उद्देश्य हर देश के कल्चरल और नेचुरल हेरिटेज साइट्स का संरक्षण: करना है। लगभग हर देश में ऐसे कई लैंडमार्क, मोनुमेंट्स, हेरिटेज प्लेस और प्रॉपर्टी व नेचुरल पार्क्स हैं जो न सिर्फ उस देश की बल्कि सारे विश्व धरोहर है। यह साइट्स मानव हिस्ट्री की पहचान है और उनकी देखरेख जरूरी है। वर्ल्ड हेरिटेज डे देश दुनिया को कल्चर और नेचर के द्वारा दिए गए हेरिटेज का महत्व समझाता है और हमें याद दिलाता है की हम सब मिलकर इन हेरिटेज साइट्स और प्लेसेस की सुरक्षा करें और इन्हें संजो कर रखें। गौरतलब है की वर्ल्ड हेरिटेज डे का उद्देश्य हेरिटेज साइट्स की साज संभल, रक्षा व संरक्षण के लिए सभी देशों को एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित करना है।
Purpose of World Heritage Day : यह दिन हेरिटेज साइट्स के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर जोर देता है और यह सुनिश्चित करता है की सभी देश मिलकर काम करें। इस दिन का उद्देश्य लोगों में कल्चरल और नेचुरल हेरिटेज के महत्व के बारे में अवेयरनेस फैलाना, रेस्पोंसिबल टूरिज्म को बढ़ावा देना और हेरिटेज की सुरक्षा और संरक्षण करना है। इन सब के साथ यह भी सुनिश्चित करना है कि हमारे साथ साथ हमरी आने वाली जनरेशन भी इन हेरिटेज साइट्स का महत्व समझे और इनका आनंद लें।
History of World Heritage Day : इस दिन को यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल एंड साइंटिफिक कल्चरल आर्गेनाईजेशन (UNESCO) के द्वारा पहली बार साल 1983 में मनाया गया था। वर्ल्ड हेरिटेज डे हर देश के पौराणिक मोनुमेंट्स, मंदिर और जगहों को सेलिब्रेट करने के लिए शुरू किया गया है। भारत में कुल 3691 हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स और प्लेसेज हैं जिनमें 40 जगह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल हैं। हर साल 18 अप्रैल को वर्ल्ड हेरिटेज डे सेलिब्रेट करने के उद्देश्य से अलग-अलग हेरिटेज साइट्स पर कल्चरल प्रोग्राम्स, कम्पटीशन, सेमिनार, कॉन्फ्रेंस आदि ओर्गनइजे किये जाते है।
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World Heritage Day 2023 Theme : इस दिन का एक और उद्देश्य है वो है हमारी हेरिटेज को अर्बनाइजेशन, पलूशन, नेचुरल डिजास्टर व क्लाइमेट चेंज, से हो रहे चैलेंज को हाईलाइट करना और उनकी तरफ एक्शन लेना। इसी के चलते वर्ल्ड हेरिटेज डे हर साल एक खास थीम के तहत मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम 'हेरिटेज चेंजेस' है। बढ़ते हुए क्लाइमेट चेंज को देखते हुए और हेरिटेज पर उसके असर को समझते हुए यह थीम रखा गया है।
Indian Heritage Sites listed in UNESCO : भारत के रिच हेरिटेज की तो पूरी दुनिया कायल है। यहां हर छोटी बड़ी जगह में कई अद्भुत, अनोखे और आकर्षक हेरिटेज साइट्स नजर आते हैं। जिनमे अभी तक यूनेस्को (UNESCO) में कुछ ही शामिल किये गए हैं। यहां हम भारत के कुछ महत्वपूर्ण हेरिटेज व नेचुरल साइट्स शेयर कर रहे हैं जो यूनेस्को की लिस्ट में हैं।
Forts : लाल किला (दिल्ली), आगरा किला (उत्तर प्रदेश), चित्तौड़गढ़ किला (राजस्थान), आमेर किला (राजस्थान), जैसलमेर किला (राजस्थान), गोलकुंडा किला (तेलंगाना), और मेहरानगढ़ किला (राजस्थान)।
National Park : काजीरंगा नेशनल पार्क (असम), केवलादेव नेशनल पार्क (राजस्थान), सुंदरवन नेशनल पार्क (वेस्ट बंगाल), मानस वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी (असम), नंदा देवी और फूलों की घाटी नेशनल पार्क (उत्तराखंड), ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (हिमाचल प्रदेश), और खंगचेंदजोंगा नेशनल पार्क (सिक्किम)।
Temples : महाबलीपुरम (तमिलनाडु) के मोनुमेंट्स , सूर्य मंदिर, कोणार्क (ओडिशा), हम्पी के मोनुमेंट्स (कर्नाटक), खजुराहो के मोनुमेंट्स (मध्य प्रदेश), एलिफेंटा केव्स (महाराष्ट्र), पट्टदकल (कर्नाटक) में मोन्यूमेंट , और अजंता और एलोरा केव्स (महाराष्ट्र) के मोनुमेंट्स।
Monuments : ताजमहल (उत्तर प्रदेश), कुतुब मीनार (दिल्ली), अजंता केव्स (महाराष्ट्र), एलोरा की केव्स (महाराष्ट्र), फतेहपुर सीकरी (उत्तर प्रदेश), विक्टोरिया मेमोरियल (पश्चिम बंगाल), हुमायूँ का मकबरा (दिल्ली)। , हम्पी के मोन्यूमेंट (कर्नाटक), एलिफेंटा केव्स (महाराष्ट्र), और सांची स्तूप (मध्य प्रदेश)।
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