समुद्री तटों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए जन्नत है केरल
भारत के रमणीय स्थलों में शुमार होने के साथ साथ केरल को ‘गाॅडस् ओन कंट्री’ के खिताब से भी नवाजा गया है। दक्षिण भारत की सैर करने का प्लान है तो यह लोगों के सबसे पसंदीदा और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। दुनिया भर से बड़ी तादाद में लोग केरल जैसे खूबसूरत राज्य को देखने आते हैं। शांत समुद्र तट, सुहावना मौसम, हरे भरे हिल स्टेशन, दूर तक फैला समुद्र और आकर्षक वन्य जीवन इस धरती के आकर्षणों में से हैं। नेशनल ज्योग्राफिक ट्रेवलर मैगजीन के अनुसार केरल ‘दुनिया के टाॅप दस पैराडाइज़’ और ‘50 प्लेसेस आॅफ लाइफटाइम’ में से एक है। केरल की खासियत ये है कि यहां समुद्र के साथ साथ आपको वन्यजीवन का भी भरपूर नजारा दिखेगा। इसलिए साल भर यहां घूमने के लिए लोग आते रहते हैं। अगर आपको भी बैकवाटर का शौक है तो केरल में ये बखूबी पूरा हो सकता है। यहां समुद्र के शानदार किनारों पर केनोइंग कटमरैन सैलिंग, क्याकिंग, पैरा सैलिंंग, स्कूबा डायविंग, स्नोर्कलिंग और विंड सर्फिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। केरल में बैकवाटर के जबरदस्त प्वाइंट है। कोल्लम बैकवाटर, अल्लेप्पी बैकवाॅटर, कोझीकोड बैकवाॅटर, कोचीन बैकवाॅटर, कासरगोड बैकवा
भारत के रमणीय स्थलों में शुमार होने के साथ साथ केरल को ‘गाॅडस् ओन कंट्री’ के खिताब से भी नवाजा गया है। दक्षिण भारत की सैर करने का प्लान है तो यह लोगों के सबसे पसंदीदा और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। दुनिया भर से बड़ी तादाद में लोग केरल जैसे खूबसूरत राज्य को देखने आते हैं। शांत समुद्र तट, सुहावना मौसम, हरे भरे हिल स्टेशन, दूर तक फैला समुद्र और आकर्षक वन्य जीवन इस धरती के आकर्षणों में से हैं।
नेशनल ज्योग्राफिक ट्रेवलर मैगजीन के अनुसार केरल ‘दुनिया के टाॅप दस पैराडाइज़’ और ‘50 प्लेसेस आॅफ लाइफटाइम’ में से एक है। केरल की खासियत ये है कि यहां समुद्र के साथ साथ आपको वन्यजीवन का भी भरपूर नजारा दिखेगा। इसलिए साल भर यहां घूमने के लिए लोग आते रहते हैं।
अगर आपको भी बैकवाटर का शौक है तो केरल में ये बखूबी पूरा हो सकता है। यहां समुद्र के शानदार किनारों पर केनोइंग कटमरैन सैलिंग, क्याकिंग, पैरा सैलिंंग, स्कूबा डायविंग, स्नोर्कलिंग और विंड सर्फिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। केरल में बैकवाटर के जबरदस्त प्वाइंट है। कोल्लम बैकवाटर, अल्लेप्पी बैकवाॅटर, कोझीकोड बैकवाॅटर, कोचीन बैकवाॅटर, कासरगोड बैकवाॅटर आदि हैं जहां आप शानदार और रोमांचक बैकवाटर का मजा उठा सकते हैं।
घूमने लायक जगहें
यूं तो पूरा केरल की जन्नत की तरह दिखता है लेकिन यहां के मुख्य घूमने लायक हिल स्टेशन बहुत ज्यादा मनमोहक हैं। मुन्नार, रानीपुरम, देवीकुलम, पोनमुडी, इडुक्की, पायथल माला इत्यादि जगहों पर आप हरियाली से भरी प्राकृतिक संपदा का सुख ले सकते हैं। मीलों शांद समुंदर, खजूर के पेड़, चारों तरफ हरियाली और शांत साफ जलवायु आपको प्रोत्साहित करेगी कि आप यहां दोबारा आएं।
सी बीचेज
केरल में समुद्र तटों की भरमार है। मोती जैसे चमकते समुद्र के किनारे मस्ती करने के कई साधन है। यहां आपको हर तरह के समुद्र तट मिलेंगे, जैसे रेतीले, नारियल, चट्टानी या प्रामन्टोरी। हर तट की अपनी खासियत है। समुद्र के साफ नीले पानी के अलावा यहां आपको तरह तरह के सीफूड व्यंजन भी मिलेंगे जो आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे।
यहां के कुछ मशहूर समुद्र तट हैं - चेराई बीच, बेकल बीच, कप्पड बीच, कोवलम बीच, धरमदम बीच, फोर्ट कोच्ची बीच, बेपोर बीच और अल्लपुज्झा बीच, चवक्कड बीच, मरारी बीच। ये तो कुछ ही बीच हैं वहां कदम कदम पर समुद्री बीच आपका रोमांच और नई तरह की खासियत से स्वागत करेंगे।
केरल का वन्यजीवन
केरल का वन्यजीवन बहुत ही अद्भुत है। यहां शानदार वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी है जहां समुद्री जल जीवों के साथ साथ पक्षियों और जानवरों की कई प्रजातियां देखने को मिलेंगी। अगर आप वाइल्ड लाइफ सेंचुरी देखने के शौकीन हैं तो आपको यहां चिन्नार वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, पेरियार टाइगर रिजर्व, थटटेकड पक्षी अभयारण्य, एराविकुलम नेशनल पार्क, इडुक्की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, वायनाड वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और कुमारकोम पक्षी अभयारण्य हैं।
कैसे पहुंचे
केरल विमान यात्रा, रेल यात्रा और सड़क यात्रा, तीनों ही तरीकों से पहुंचा जा सकता है। केरल में तीन हवाई अड्डे हैं और करीब २०० रेलवे स्टेशन हैं जिनके लिए देश भर कनेक्टिविटी है। भारत के लगभग सभी शहरों से केरल के लिए रेल चलती हैं और आप चाहें तो दिल्ली से विमान जरिए भी केरल पहुंच सकते हैं। सड़क के जरिए यात्रा करनी हैं तो देश के किसी भी हिस्से से टेक्सी या बस द्वारा आप केरल पहुंच सकते हैं।
केरल आने के सबसे बेहतर समय अक्तूबर से मार्च है, यहां काफी ज्यादा बरसात होती है और आमतौर पर मौसम आद्र ही रहता है। यहां ज्यादा ठंड नहीं पड़ती लिहाजा आपको यहां सामान्य कपड़ों में ही रहना होगा